बाँस घास परिवार के सबफामिली बम्बूसोदेई में सदाबहार बारहमासी फूल पौधे हैं। "बाँस" शब्द डच और या पुर्तगाली भाषाओं से आया...
हिसालु गोल्डन हिमालयन रास्पबेरी के रूप में पहाड़ी फल है,रंग के आधार पर तीन प्रकार का होता है। परन्तु हिमालयी और उत्तर...
जटामांसी सहपुष्पी औषधीय पौधा होता है, जो की एक सुंगधित शाक होता है इसको जटामांसी इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके जड़ों ...
गिलोय की एक बहुवर्षिय लता होती है। आयुर्वेद में इसे ज्वर की महान औषधि माना गया है एवं जीवन्तिका नाम से जाना जाता है। ...
चुलुअथवा ख़ुबानी का फल एक छोटे आड़ू के बराबर होता है। इसका रंग आम तौर पर पीले से लेकर नारंगी होता है। इसके के बाहरी छि...
पिन्ना परिवार का एक छोटा पर्णपाती पेड़ है जिसमें स्पंक ट्रंक और स्पिनी पुरानी शाखाएं होती हैं। पत्तियां दीर्घवृत्तीय, ...
भंगजीर - उत्तराखण्ड वनस्पतियां - उत्तराखण्ड के मुख्य कृषिकरण में यूं तो भंगजीर का कोई खास स्थान नहीं है किंतु इसकी विश...
महुआ एक भारतीय उष्णकटिबंधीय पेड़ है जो मुख्य रूप से मध्य और उत्तर भारतीय मैदानों और जंगलों में पाया जाता है। यह एक तेज...
उत्तराखंड के हिमालयी राज्य में उगाई जाने वाली झंगोरा (बरनार्ड मिल) मानव जाति का ज्ञात सबसे पुराने भोजन में से एक है। झ...
अंजीर का वृक्ष छोटा तथा पर्णपाती (पतझड़ी) प्रकृति का होता है। भूमध्यसागरीय तट वाले देश तथा वहाँ की जलवायु में यह अच्छ...
एक बहुमुखी औषधीय पौधा है जो नियमित स्वास्थ्य देखभाल विकृतियों के इलाज के लिए दवा के विभिन्न स्वदेशी प्रणालियों में उपय...
मडुआ - उत्तराखंड में मडुआ मुख्य आहार में से एक है। फसल गढ़वाल और कुमाऊँ दोनों क्षेत्रों में उगाई जाती है। फसल बहुत अनु...
भंगजीर - उत्तराखण्ड वनस्पतियां - उत्तराखण्ड के मुख्य कृषिकरण में यूं तो भंगजीर का कोई खास स्थान नहीं है किंतु इसकी विशेष पोषकता तथा औषधीय महत्व को देख...