पोची | उत्तराखंड की संस्कृति और धार्मिक | पोची मूल रूप से चूड़ियाँ होती हैं जो सोने से बनी होती हैं और गढ...
गालोबांध - उत्तराखंड संस्कृति और धर्म - गालोबांध को 'गलाबंध' के नाम से भी जाना जाता है। यह एक हार का आभूष...
हंसुली | उत्तराखंड की संस्कृति और धार्मिक | हंसुली को गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी और भोटिया महिलाओं द्वारा ...
मुसाबाज - उत्तराखंड के रोम रोम में संगीत बसता है, और यह संगीत विभिन्न वाद्य यंत्रो से निकल कर एक अलग ही ...
एकतारा अथवा इकतारा भारतीय संगीत का लोकप्रिय यंत्र है इसका प्रयोग भजन या सुगम संगीत में किया जाता है। इसमे...
भारतीय शादियों और रस्मों के बीच एक अटूट रिश्ता है। उचित सामाजिक प्रथाओं के बिना भारत में विवाह के बारे मे...
“अंचल” अथवा वैदिक विवाह समारोह में, अनुष्ठानों की भूमिका यानी संस्कार सबसे प्रमुख है। वैदिक विवाह के मुख्...
कुमाऊं क्षेत्र की पारंपरिक शादी की रस्मों की अपनी एक अलग पहचान है। आम तौर पर, ग्रामीण क्षेत्रों में, शादी...
भारत में विविधताओं से भरी संस्कृतियाँ बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखती है ,और इसी प्रकार उत्तराखंडी लोक संस...
रणसिंघा भारत का एक प्राचीन संगीत वाद्ययंत्र है। जो भारत के प्राचीन संगीत वाद्ययंत्रों के होने के साथ साथ ...
भारतीय शादियों और रस्मों के बीच एक अटूट रिश्ता है। उचित सामाजिक प्रथाओं के बिना भारत में विवाह के बारे में कल्पना करना लगभग असंभव है। चूंकि भारत विभिन...
“अंचल” अथवा वैदिक विवाह समारोह में, अनुष्ठानों की भूमिका यानी संस्कार सबसे प्रमुख है। वैदिक विवाह के मुख्य अनुष्ठान पाणिग्रहण अथवा कन्यादान, सप्तपदी औ...
कुमाऊं क्षेत्र की पारंपरिक शादी की रस्मों की अपनी एक अलग पहचान है। आम तौर पर, ग्रामीण क्षेत्रों में, शादी की रस्में घर के आसपास तीन स्थानों पर आयोजित ...