पोची मूल रूप से चूड़ियों की तरह होती हैं जो सोने से बनी होती हैं और गढ़वाल के साथ-साथ उत्तराखंड के कुमाऊँ क्षेत्र में भी काफी लोकप्रिय हैं। कुमाऊँ में, विवाहित महिलाओं के लिए पोची एक शुभ रत्न माना जाता है। इसे त्योहारों और महत्वपूर्ण पारिवारिक कार्यों के समय पहना जाता है। पोची को आम तौर पर 1 तोला या उससे अधिक में बनाया जाता है, जो दुल्हन के परिवार की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है। इसमें लाल रंग के कपड़े का उपयोग आधार सामग्री के रूप में किया जाता है, जिस पर शुद्ध सोने के मोती जड़े होते हैं। इनको बनाने के लिए लाल रंग का उपयोग इसलिए किया जाता है, क्योंकि इसे विवाहित महिलाओं के लिए शुभ माना जाता है।