'हे ऊँचे-ऊँचे पर्वतों तुम झुक जाओ!हे घने-घने चीड़ के वृक्षों, तुम छोटे हो जाओ!मुझे अपने मायके की याद आ रही है। मुझे अपने प...
उतराखण्ड के पहाड़ों पर इधर-उधर फुदकती हुई प्यारी छोटी चिड़िया बसंत ऋतु में अक्सर गाती है---'तिल चुचा पुतर पुरै पुर!'--मेरे ...
किसी गाँव में एक छोटा सा परिवार रहता था जिसमें तीन सदस्य थे । एक बुजुर्ग महिला, उसकी लड़की और उसकी बहु। तीनो मिलकर खेती-बा...
किसी भी समाज की सांस्कृतिक धरोहर को उसकी मौखिक परम्पराओं एवं लोक साहित्य में ही देखा जा सकता है। किसी समाज को जानने व समझ...
सिदुवा - कृष्ण सम्बंधी लोक गाथाएँ - तिन मथुरा मा जनम लीने, विष्णु मेरा करतार,तिन देवकी का गर्भ लीने, मेरा अवतार।तुम द्वार...
नागरजा भाग 4 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - सारा गोकुल वासी करद छयातै इन्द्र की पूजा।कठा होई गैन तब सब स्येकनो बोद तब इन्द...
नागरजा भाग 3 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - हे बिष्णु तब दूदी पेण लैगे,हे देव जी विष तेरा घिचा परअमृत त बणीगे।पूतना हेरदी ...
नागरजा भाग 2 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - केको भाग लालो, केन करलो स्नान।तब बोदा सांवल भगीवान-तेरा बांजा वैराट मौसा, मैं ...
नागरजा भाग 1 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - सभा लैगे द्वारिका, सभा लैगे गोविन्द,सोवन द्वारिका होली, सभा लैगे गोविन्द।सभा ब...
भाग 3 सूरज कौंल (सूरज कुँवर) - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - सजैदे बखड्या घोड़ी कांसी का घूंघर,घोड़ी को पैरेदे मेरी नेओरी की ...
उतराखण्ड के पहाड़ों पर इधर-उधर फुदकती हुई प्यारी छोटी चिड़िया बसंत ऋतु में अक्सर गाती है---'तिल चुचा पुतर पुरै पुर!'--मेरे ...
किसी गाँव में एक छोटा सा परिवार रहता था जिसमें तीन सदस्य थे । एक बुजुर्ग महिला, उसकी लड़की और उसकी बहु। तीनो मिलकर खेती-बा...
किसी भी समाज की सांस्कृतिक धरोहर को उसकी मौखिक परम्पराओं एवं लोक साहित्य में ही देखा जा सकता है। किसी समाज को जानने व समझ...
नागरजा भाग 4 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - सारा गोकुल वासी करद छयातै इन्द्र की पूजा।कठा होई गैन तब सब स्येकनो बोद तब इन्द...
नागरजा भाग 3 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - हे बिष्णु तब दूदी पेण लैगे,हे देव जी विष तेरा घिचा परअमृत त बणीगे।पूतना हेरदी ...
नागरजा भाग 2 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - केको भाग लालो, केन करलो स्नान।तब बोदा सांवल भगीवान-तेरा बांजा वैराट मौसा, मैं ...
नागरजा भाग 1 - कृष्ण सम्बंधी लोक-गाथाएँ - सभा लैगे द्वारिका, सभा लैगे गोविन्द,सोवन द्वारिका होली, सभा लैगे गोविन्द।सभा ब...
भाग 3 सूरज कौंल (सूरज कुँवर) - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - सजैदे बखड्या घोड़ी कांसी का घूंघर,घोड़ी को पैरेदे मेरी नेओरी की ...