भाग 2 सूरज कौंल (सूरज कुँवर) - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - जाँदी मऊ कू बेटा अडयी नि लांदी।बिराणा देशा को बेटा गारो बैरी होन...
भाग 1 सूरज कौंल (सूरज कुँवर) - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - क दिन कुंवर त्वैक, राति का बीखैमा,नागू का सूरजू बाला, सुपीनो ह्व...
भाग 2 जसी - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - झपन्याली डाली का छैल देखे वींन,पदमू रौत छौ बैठ्यूँ जख मांज।नजीक जांदी जसी, सेवा लगौन...
जसी - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - रूप आगलि होली वा धर्मावती राणी,रूप आगलि होली सेली सीतली।भुका देखीक बा खाणू नी खांदी,नांगा...
कालू भण्डारी - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - होलो कालू भण्डारी मालू मा को माल,अन्न का कौठारा छा वैका, वसती का भण्डारा।गाडू घट...
भाग 2 : मालू राजुला - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - हैको गास छोड़े विरालीक तई।तीसरो गास छोड़े अगनी का नऊ।चौथो गास वो अफू भोरज...
भाग 1 : मालू राजुला - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - रंगीली वैराट मा, रन्दो छयो रंगीलो दोलाशाछौ राजा दोलाशाही, रंगीली को राजा!...
भाग 2: गढ़ू सुम्याल (सुमरियाल) - गढ़वाली लोक-गाथा - ले मेरी जिया, मैं राणी आज लायूँ,आरुणी जंगल, जड़ी खाली बूटी,घास काटीक...
भाग 1: गढ़ू सुम्याल (सुमरियाल) - गढ़वाली लोक-गाथा - खिमासारी हाट रन्दो, गढ़ू स्यो सुमन्याल,मालू मा को माल होलो, वो सुमन्...
भानु भौंपेलो भाग 3 - गढ़वाली लोक-गाथा - बार बरस को बाटो, तीन रोज मा काटदो।तख छयो वो माँकाली घोड़ोरागसी घोड़ौं की पंगत बँध...
भाग 2 सूरज कौंल (सूरज कुँवर) - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - जाँदी मऊ कू बेटा अडयी नि लांदी।बिराणा देशा को बेटा गारो बैरी होन...
भाग 1 सूरज कौंल (सूरज कुँवर) - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - क दिन कुंवर त्वैक, राति का बीखैमा,नागू का सूरजू बाला, सुपीनो ह्व...
भाग 2 जसी - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - झपन्याली डाली का छैल देखे वींन,पदमू रौत छौ बैठ्यूँ जख मांज।नजीक जांदी जसी, सेवा लगौन...
जसी - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - रूप आगलि होली वा धर्मावती राणी,रूप आगलि होली सेली सीतली।भुका देखीक बा खाणू नी खांदी,नांगा...
कालू भण्डारी - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - होलो कालू भण्डारी मालू मा को माल,अन्न का कौठारा छा वैका, वसती का भण्डारा।गाडू घट...
भाग 2 : मालू राजुला - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - हैको गास छोड़े विरालीक तई।तीसरो गास छोड़े अगनी का नऊ।चौथो गास वो अफू भोरज...
भाग 1 : मालू राजुला - गढ़वाली लौकिक गाथाएँ - रंगीली वैराट मा, रन्दो छयो रंगीलो दोलाशाछौ राजा दोलाशाही, रंगीली को राजा!...
भाग 2: गढ़ू सुम्याल (सुमरियाल) - गढ़वाली लोक-गाथा - ले मेरी जिया, मैं राणी आज लायूँ,आरुणी जंगल, जड़ी खाली बूटी,घास काटीक...
भाग 1: गढ़ू सुम्याल (सुमरियाल) - गढ़वाली लोक-गाथा - खिमासारी हाट रन्दो, गढ़ू स्यो सुमन्याल,मालू मा को माल होलो, वो सुमन्...
भानु भौंपेलो भाग 3 - गढ़वाली लोक-गाथा - बार बरस को बाटो, तीन रोज मा काटदो।तख छयो वो माँकाली घोड़ोरागसी घोड़ौं की पंगत बँध...