घाघरी का घेरा , ब्योली बो समन्या बो
घाघरी को घेरा , द्यूर छू तुम्हरो खास जरा इथे भी हेरा ……
बियोली बो समन्या बो ……
ब्योला बाँधी सेहरा,पौना द्यूरा राजी रो
ब्योला बांधी सेहरा , नाता जब लगनडी रेलया फेरन त्यावा फेरा
पौना द्यूरा राजी रो ……
गुलबन्ध गडयू छा , पौना द्यूरा राजी रो
क्येका द्यूरा भोज ब्योला बेदी मा अड्ड्यू छा
पौना द्यूरा राजी रो
दान की अटैची, ब्योली बो समन्या बो
घुंघटु उठ्नु को देर , चम उठेला भेजी
ब्योली बो समन्या बो ………
पूजा की सुपारी, ब्योली बो समन्या बो
मांगनी भाथे नई भोजी ,खुद लगी तुम्हारी
ब्योली बो समन्या बो ………
बैठक सजी छा, पौना द्यूरा राजी रो
घुरू न तुमयू भी दयोरा द्यूरानी खुजि छा
पौना द्यूरा राजी रो
माछो की मचियाण्ड ,पौना द्यूरा राजी रो
दयूर नी बारात भरी, क्या तुमरी पछ्याँण
पौना द्यूरा राजी रो
सुनै की बिसार, ब्योली बो समन्या बो
भोजी मेरी पछ्याँण मैं मा भेजी की अण्डवार
ब्योली बो समन्या बो ……
Song | Ghagri Ka Ghera |
Artist | Narendra Sinh Negi, Anuradha Nirala |
Album | Tilledharu Bola (Utrachali Lok Geet) |
Licesend | T-series |